Jabalpur University: आज के समय में शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने के लिए कॉलेज के लोग और शिक्षा मंत्रालय की तरफ से कई तरह के हथकंडे अपनाए जा रहा है। ऐसे में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की तरफ से एक नई शुरुआत की गई है। बताया जा रहा है कि कुछ ही समय में विश्वविद्यालय ऑनलाइन तरीके से लाइब्रेरी को चलाएगा। ऐसे में विश्वविद्यालय के लोगों के द्बारा लगातार इससे जुड़े देता और किताबों की जानकारी को इकट्ठा करके वेबसाइट पर अपडेट करने का काम किया जा रहा है। अगर यह प्रक्रिया पूरी तरह से सफल रहा तो छात्र घर बैठे ही लाइब्रेरी से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं। वहीं छात्रों को बिना लाइब्रेरी गए किताबों की भी जानकारी घर बैठे मिल जाया करेगी। इससे छात्रों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।
इस तरह से सॉफ्टवेयर करेगा काम
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के द्वारा एक सॉफ्टवेयर बनाया जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर का निर्माण नेशनल इनफॉरर्मेटिक सेंटर के द्वारा हो रहा है। यह सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद इसको लाइब्रेरी की किताबों से जोड़ा जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक इस सॉफ्टवेयर पर 73 हजार से भी ज्यादा किताबों को इसमें एड कर दिया गया है। फिलहाल इस सॉफ्टवेयर पर सवा लाख से भी ज्यादा किताबों को एड किया जाएगा। यह सभी जानकारी विश्वविद्यलय के नोडल अधिकारी सत्यदेव त्रिपाठी के द्वारा दी गई है। इस सॉफ्टेवयर के शुरू हो जाने के बाद छात्र कहीं भी और कभी भी अपनी मन पसंद की किताबें पढ़ सकते हैं।
पुस्तक को एलार्ट करवाने के लिए करना होगा ये काम
विश्व विद्यालय प्रशासन की तरफ से यह जानकारी दिया गया है कि ऑनलाइन लाइब्रेरी के द्वारा शुरू की गई इस पहल का लाभ छात्र, रिसर्च स्कॉलर, इसके साथ ही पढ़ने वाले कई भी लोग ले सकता है। किताब को एलार्ट करवाने के लिए पहले से लाइब्रेरी की सदस्य्ता लेनी जरूरी है। यह भी बताया गया है कि विश्वविद्यालय इसके लिए ज्यादा शुल्क नहीं ले रहा है। छात्र मामूली शुल्क देकर इसका लाभ ले सकते हैं।
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।