School : निरीक्षण के दौरान नदारद दिखे शिक्षक, गंदगी में पढ़ाई करने को मजबूर छात्र

School : दिल्ली के नरेला क्षेत्र में शिक्षा निर्देशक हिमांशु गुप्ता ने तीन स्कूलों निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान निर्देशक को स्कूलों के खिलाफ काफी कमियां देखने को मिली । जिसके चलते उन्हें सख्त कदम उठाने पड़े। निर्देशक को नरेला स्थित स्कूलों में टीचर्स से लेकर प्रधानचार्य और हाइजीन तक छात्रों से शिकायत मिली है। निरीक्षण में नरेला के सर्वोदय बाल विद्यालय , पॉकेट 5-6 में जीजीएसएसएस स्कूल और जीबीएसएस स्कूल शामिल थे।

रजिस्ट्रर में गलत डेटा रिकॉर्ड


निरीक्षक हिमांशु के हिसाब से उपस्थिती रजिस्ट्रर में काफी गलत डेटा रिकॉड किया था। डेटा के हिसाब से स्कूल में कुल 2129 छात्रों का एडमिशन हुआ है जिसमें से 945 अनुपस्थित थे और 75 छात्र छुट्टी पर थे। ना केवल छात्र बल्कि शिक्षक का भी यही हाल था। कई शिक्षक रजिस्ट्रर में अपनी उपस्थिती लगाकर स्कूल से गायब हो जाते है। निरीक्षक द्वारा उपस्थित टीचर्स को बुलाया गया तो उसमें से तीन -चार अध्यापक उस समय स्कूल से गायब थे लेकिन उनकी अटेंडस रजिस्ट्रर में लगी हुई थी। निरीक्षक के जब इस मामले में स्कूल के प्रधानचार्य से पूछा तो उन्होंने कहा कि मुझे इस मामले के बारे में कुछ नहीं पता है यह सभी लोग बिना अनुमित के स्कूल से गायब है।

शिक्षक हाजिरी के बाद थे गायब

पीजीटी अंग्रेजी के टीचर विकाल अंतिल और टीजीटी गणित के अध्यापक प्रमोद शामिल थे। इसके साथ ही पीजीटी राजनीतिक विज्ञान के अध्यापक रमेश कुमार भी 3 मई से छुट्टी पर है लेकिन ना तो उन्होंने अवकाश के लिए प्रधानचार्य से अनुमति मांगी है ना ही व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए भी छुट्टी के लिए आवेदन नहीं मांगा। टीचर्स के इस रवैय को देखते हुए निरीक्षक हिमांशु ने उन्हें उसी वक्त स्कूल से निलंबित कर दिया है और साथ ही कारण बताओ का नोटिस भी जारी किया है।

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प्रधानचार्य पर उठाए सवाल

इसके साथ ही स्कूल की स्थिती भी काफी खराब थी। स्कूल में एक भी पानी पीने के लिए वाटर कुलर नही है। सफाई कर्मचारी होने के बाद भी छात्रों को अपनी कक्षाएं खुद ही साफ करनी पड़ती है। स्कूल के वॉशरूम में पानी और हाइजीन वैगरह की कोई भी सुविधा नहीं थी। छात्रों के लिए कक्षाओं में पंखे भी उपलब्ध नहीं है। इहके साथ ही व्यावसायिक क्लास की स्थिति भी बहुत खराब हो रखी थी। वहां पर इस्तेमाल होने वाले टाइपिंग मशीनों में से 7-8 मशीन भी बेकार पड़ी थी इस पर छात्रों ने बोला कि टीचर ने हमें कक्षा 11वीं में भी इसका इस्तेमाल नहीं करने दिया था। इन सब शिकायतों के चलते निर्देशक ने प्रधाचार्य को कारण बताओ का नोटिस जारी किया है।

छात्रों ने जाहिर किया अपना दर्द


छात्रों ने निर्देशक हिमांशु को बताया कि अध्यापक कभी भी सभय पर नहीं आते थे हमेशा कक्षा में वह पीरियड शुरू होने के 15 मिनट बाद आते थे। स्पोर्टस टीचर भी उन्हें कभी खेलने के लिए ग्राउंड में नहीं भेजते थे। उस समय वह हमारे साथ क्लास में ही बैठते है। और कभी भी प्रधानचार्य उनकी कक्षाओं में मिलने भी नहीं आते है।

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