JEE और NEET परीक्षा के लिए इस तरह करें तैयारी, जरूर होगा पेपर क्रैक

JEE and NEET: 12वीं की पढ़ाई के बाद छात्रों के लिए जेईई और नीट की परीक्षा सबसे खास मानी जाती है लेकिन अब सबके मन में यह सवाल रहता है कि आखिर इस कठिन परीक्षा को पास करने के लिए तैयारी कैसे करें। अब हम आपको बताएंगे कि परीक्षा के लिए आपको किस प्रकार से तैयारी करनी है। यदि आप 11वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं और आपके सब्जेक्ट परीक्षाओं से रिलेटेड है तो आप दोनों परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी कर सकते हैं।

11वीं की पढ़ाई पर सबसे ज्यादा फोकस करना होता है। क्योंकि दोनों परीक्षाओं में ऐसे प्रश्न किए जाते हैं जो 11वीं कक्षा के विषय से रिलेटेड हैं। जानकार कहते हैं कि 11वीं से ही जेईई और नीट परीक्षा की तैयारी करने वालों का बेस अच्छा तैयार हो जाता है। अगर बच्चा 11वीं कक्षा में मन लगाकर पढ़ाई करता है तो 12वीं की परीक्षा के बाद वह आराम से जेईई और नीट की परीक्षा पास कर सकता है। यह दोनों परीक्षाएं ऐसी है जिसको पास करने के लिए हमें अपना बेस मजबूत करना होता है। जो 11वीं कक्षा से ही किया जा सकता है।

टाइम टेबल बनाकर विशेष ध्यान दें

जो छात्र जेईई और नीट का पेपर क्रैक करना चाहते हैं उन छात्रों को अपना टाइम टेबल बनाना होगा। छात्र अपने टाइमटेबल को हल्के में ना लें। अगर आप इसका सही इस्तेमाल करते हैं तो आपका सिलेक्शन परीक्षा के लिए जरूर होगा। यदि आप अपने बनाए हुए टाइम टेबल पर फोकस नहीं कर पाते हैं तो आप अपने कंफर्ट लेवल के अनुसार तैयारी करें। लेकिन आपको यह तय करना होगा कि दिन भर में कम से कम 4 से 5 घंटे पढ़ाई करनी है और हर दिन अपने बनाए हुए टारगेट को पूरा करना है। यदि आप अपना टारगेट बनाकर तैयारी करते हैं तो आपको सिलेबस भी आसान लगेगा।

Also Read- MBBS Scholarship: करनी है मेडिकल की पढ़ाई और चाहिए स्कॉलरशिप तो जानें पूरी डिटेल्स

परीक्षा से जुड़ी हुई किताबें पढ़े

जेईई और नीट की परीक्षा के अलावा यदि आप कोई और भी परीक्षा पास करने की तैयारी करते हैं तो उससे रिलेटेड किताबें पढ़नी जरूरी होती हैं। अब परीक्षा से जुड़ी किताबें और उस से रिलेटेड स्टडी मैटेरियल आपके पास होना जरूरी है। ध्यान रखें कि किताब का चयन बहुत सावधानी और सतर्कता से करना चाहिए।

पढ़े हुए सिलेबस को दोबारा से रिवाइस करें

यदि आप अपना टारगेट के अनुसार सिलेबस पढ़ते हैं तो उसको एक बार फिर से जरूर रिवाइस करें। ऐसा करने से आपकी परीक्षा में पकड़ अच्छी बनेगी। सिलेबस को रिवीजन करने से ज्यादा कॉन्फिडेंट फील किया जा सकता है और जो गलतियां भी हुई है उनको सुधारा जा सकता है। यदि आप अपने सिलेबस को बार-बार रिवाइज करते हैं तो परीक्षा में आपका दिमाग भी तेजी से काम करता है।

Also Read- 10th and 12th marksheet: खो गई है आपकी मार्कशीट तो अपनाएं ये 6 तरीके, घर बैठे मंगाएं अपना रिजल्ट

Exit mobile version