Syadwad Institute of Higher Education and Research College: स्यादवाद इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजूकेशन एंड रिसर्च काॅलेज, बागपत सम्बन्धी एफ॰आई॰आर॰ संख्या 0313/2023/दिनांक 05 अप्रैल 2023 के सम्बन्ध में विश्वविद्यालय के शिक्षकों की एक बैठक आहूत की गयी। उक्त कॉलेज में प्राचार्य की नियुक्ति के सम्बन्ध में चयन समिति में विषय विशेषज्ञ के तौर पर प्रो॰ नवीन चंद्र लोहनी, डाॅ॰ टी॰डी॰शर्मा, डाॅ॰ नन्द कुमार को कुलपति के द्वारा वर्ष 2013 में नामित किया गया था।
सम्बन्धित संस्था में तीनों विषय विशेषज्ञों ने दिनांक 26 फरवरी 2013 को विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार चयन समिति की बैठक में चयन प्रक्रिया सम्पन्न की। विश्वविद्यालय नियमानुसार किसी भी संस्था में गठित चयन समिति द्वारा चयन प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद विषय विशेषज्ञों की
भूमिका समाप्त हो जाती है। ऐसे में 05 अप्रैल 2023 को चयनित अभ्यर्थी डाॅ॰ दीपक कुमार शुक्ला द्वारा सम्बन्धित संस्था के साथ चयन समिति के विषय विशेषज्ञों के विरूद्ध एफ॰आई॰आर॰ की गयी जिसमें आधारहीन एवं गलत रूप से विषय विशेषज्ञों के नाम भी सम्मिलित कर दिये गए।
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शिक्षकों की बैठक में लिए गए निर्णयों से अवगत कराने के लिए तथा आधारहीन एवं गलत रूप से एफ॰आई॰आर॰ में दर्ज विषय विशेषज्ञों के नाम विवेचना समाप्त करने के आदेश पारित करने तथा शीघ्र कार्य वाही हेतु आज विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं प्राचार्य पुलिस महानिरीक्षक, मेरठ श्री नचिकेता झा से मिले एवं तर्कहीन तथा आधारहीन एफ॰आई॰आर दर्ज होने पर रोष व्यक्त किया गया और निर्णय लिया गया कि विषय विशेषज्ञों का नाम
तत्काल एफ॰आई॰आर॰ से नहीं हटाया गया तो शिक्षक विश्वविद्यालय के इस प्रकार के कार्य नहीं करेंगे साथ ही बिना परीक्षण एफ॰आई॰आर॰ दर्ज कराने के विरूद्ध आवश्यक कार्य वायी हेतु अनुरोध किया गया। पुलिस महानिरीक्षक ने सम्बन्धित प्रकरण पर विस्तारपूर्वक
चर्चा की।
शिक्षकों ने पुलिस महानिरीक्षक के साथ बैठक में कहा कि बिना किसी आधार व तथ्यों के ही पुलिस द्वारा यह एफ॰आई॰आर॰ की गयी है। जबकि विषय विशेषज्ञों की इसमें कोई भूमिका ही नहीं है। इस प्रकार एफ॰आई॰आर॰ दर्ज हाेने से शिक्षकों की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और विश्वविद्यालय की छवि भी धूमिल होती है क्योंकि इस प्रकरण में विषय विशेषज्ञों द्वारा विश्वविद्यालय नियमानुसार कार्य वाही सम्पन्न की गयी थी। बैठक के दौरान एक विषय विशेषज्ञ द्वारा पुलिस महानिरीक्षक को यह भी अवगत कराया गया कि उक्त सम्बन्ध में मोबाइल फोन पर भी धमकी भरी काॅल की गयी थी। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि उन्होंने प्रकरण को समझ लिया है तथा शिक्षकों की भूमिका से वे अवगत हो गए हैं और उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी तथा शिक्षकों के सम्मान का ध्यान रखा जाएगा।
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