JNU ADMISSION: भारत के नामचीन विश्वविद्यालयों में से एक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) एक ऐसी संस्था, जो देश के साथ ही विदेशों में भी मशहूर है। आपको बता दें कि इस संस्थान से पढ़कर निकलने वाले छात्र समाज में अपना खूब नाम बनाते हैं। यहीं वजह है कि हर साल लाखों छात्र इस शानदार विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए सपना देखते हैं, मगर इस विश्वविद्यालय में हर किसी को एडमिशन नहीं मिलता है। जानिए इस विश्वविद्यालय में दाखिला कैसे मिलता है।
जेएनयू में एडमिशन के लिए जरूरी टेस्ट
अगर आप भी इस मशहूर विश्वविद्यालय में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको बता दें कि कॉमन यूनिवर्सिटी एट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-CUET) देना होता है। ऐसे में जेएनयू के कोर्सेस में एडमिशन लेने के लिए भारी प्रतिस्पर्धा रहती है।
जेएनयू एट्रेंस टेस्ट सीयूईटी
जानकारी के मुताबिक, जेएनयू में दाखिला लेने के लिए एट्रेंस टेस्ट पास करना होता है। ये टेस्ट 3 घंटे का होता है और इसमें 100 नंबर के एग्जाम में ऑप्शनल और लघु सवालों के जवाब पूछे जाते हैं। ये परीक्षा पूरी तरह से आनलाइन मोड में आयोजित होती है। आपको बता दें कि इस परीक्षा में गलत उत्तर देने पर छात्रों के नंबर काटे जाते हैं, मतलब नेगिटिव मार्किंग होती है।
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जेएनयू में एडमिशन लेने की योग्यता
जेएनयू में दाखिला लेने के लिए उम्मीदवार को 12वीं में कम से कम 55 फीसदी अंक लाने होते हैं। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से कोर्स किया हो। ऐसे में जेएनयू के किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले उसके बारे में सही से पूरी जानकारी लें लें। साथ ही कोर्स की योग्यता का भी खास ध्यान रखें, क्योंकि हर कोर्स की योग्यता अलग-अलग हो सकती है।
जेएनयू में कैसे करें आवेदन
- सबसे पहले उम्मीदवार जेएनयू के एडमिशन प्रोस्पेक्टेड को डाउनलोड करें।
- इसके बाद आधिकारिक साइट पर जानकर उम्मीदवार फॉर्म को भरें।
- रजिस्ट्रेशन के बाद आपको यूजर नेम और पासवर्ड मिलेगा।
- रजिस्ट्रेशन के बाद यूजर नेम और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन करें
- इसके बाद अपने पसंदीदा कोर्स का चयन करें।
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियों को सही से भरें।
- इसके बाद फॉर्म को सबमिट करें और फीस का भुगतान करें।
जेएनयू का इतिहास
आपको जानकारी के लिए बता दें कि जेएनयू की स्थापना साल 1969 में हुई थी। इस विश्वविद्यालय को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम दिया गया। जेएनयू के एकेडमिक विभाग को 20 स्कूलों और केंद्रों में बांटा गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जून 1970 में जेएनयू में इंडियन स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज को मिला दिया गया था। इसके बाद जेएनयू का नाम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज ऑफ दी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय हो गया।
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