Low Temperature And Age: कुछ वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ठंडा तापमान शरीर में उन क्रियाओं को शुरू करने में मदद करता हैजो बूढ़ा होने वाली प्रक्रिया को धीमा करती है। बहुत कम तापमान वैसे आमतौर पर सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन इस अध्ययन के हिसाब से आयु लंबी करने में कम तापमान की भूमिका हो सकती है।
यह दावा जर्मनी के वैज्ञानिकों ने किया है। जर्मनी में कोलोन्ज यूनीवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कुछ कीड़ों पर प्रयोग किए। इन प्रयोगों के आधार पर उन्होंने इसके बारे में एक जरूरी खोज की है। बहुत ज्यादा ठंड में कुछ ऐसी प्रक्रिएं भी होती हैं जो हमारी कोसिकाओं से खराब हो चुके प्रोटीन बाहर निकल जाते हैं।
शोध में और क्या पता चला
नेचर एजिंग में प्रकाशित इस अध्यन के बारे में शोधकर्ताओं ने बताया कि बहुत कम तापमान बदलाव लाते हैं और उनका प्रभाव फायेमंद होता है। नुकसानदेह नहीं होता है। इसका यह मतलब नहीं है कि ठंड में बैठना कोई विकल्प या इलाज है। इस शोद का मतलब तापमान कैसे काम करता है। इस विषय पर जानकारी है। यह इंसानों पर किस तरह के प्रभाव डालता है।
वैगानिकों ने इस से आगे और क्या शोध किया
कुछ वैज्ञानिकों ने लैब में सिनोरहैब्डाइटिस इलिजेन नाम के कीड़े और कुछ पाली हुई मानव कोसिकाओं पर शोध करके देखा और पाया कि ठंडा तापमान कोशिकाओं से प्रोटीन के गुच्छों को हटाने में सहायक है। प्रोटीसम्स नाम की संरचनाओं का इस प्रक्रिया में अहम योगदान होता है। सोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि बेहतर जेनेटिक इंजीनियरिंग की मदद से बिना ठंडक लाए भी ठंडक वाले नतीजे हासिल किए जा सकते हैं।
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