Manipur Violence: भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले कई दिनों से चल रही हिंसा और आगजनी की घटनाओं के कारण देश के अलग-अलग राज्यों के लोग फंसे हुए हैं। इसमें सबसे अधिक संख्या में राजस्थान के लोग मणिपुर में शामिल हैं। जिसमें ज्यादातर छात्र हैं। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने इन हिंसक प्रदर्शनों पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य के जितने भी छात्र और नागरिक वहां फंसे हुए हैं। उन्हें सरकार जल्द से जल्द वापस लाने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही सीएम गहलोत ने छात्रों की सुरक्षित घर वापसी के लिए आला-अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए एलान किया कि उनकी वापसी का सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
ट्वीट कर दिया संदेश
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने मणिपुर में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों को लेकर बड़ा फैसला लिया। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “मणिपुर हिंसा में राजस्थान के कुछ विद्यार्थियों के फंसे होने का समाचार चिंताजनक है। राजस्थान के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक वहां के उच्चाधिकारियों के संपर्क में हैं। जल्द ही इन सभी को सुरक्षित निकालकर सकुशल घर पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।” बता दें गहलोत सरकार की तरफ से पहले भी यूक्रेन से छात्रों तथा सूडान से राजस्थान के लोगों की वापसी का खर्च उठाया गया था।
जानें क्या है मणिपुर का मामला
गौरतलब है कि मणिपुर की जनसंख्या में मेटी वर्ग बहुसंख्यक है। उनकी मांग है कि मेटी समुदाय को सरकार अनुसूचित जनजाति का दर्जा दे। लेकिन मेटी समुदाय की इस मांग का नागा और कुकी जनजाति के गुट विरोध कर रहे हैं। इसी बीच पिछले बुधवार को नागा और कुकी जनजाति के गुटों ने मिलकर एक ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ निकाला। जिसके बाद से ही मणिपुर में हिंसा भड़क गई और आपसी हिंसक झड़पों में आगजनी से भारी नुकसान होने की खबरें आ रहीं हैं।
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